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तैलीय त्वचा के लिए सबसे अच्छे फेस पैक
Oily Skin के लिए Top फेस पैक
अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो आपको मुंहासे, पिंपल्स और चिपचिपाहट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सही फेस पैक का इस्तेमाल करने से त्वचा को साफ़, हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रखा जा सकता है। इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे कि तैलीय त्वचा के लिए सबसे अच्छे फेस पैक कौन से हैं और उन्हें घर पर कैसे बनाया जा सकता है।
तैलीय त्वचा की समस्या क्यों होती है?
तैलीय त्वचा की समस्या मुख्य रूप से सीबम (Sebum) के अत्यधिक उत्पादन के कारण होती है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं:
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हार्मोनल असंतुलन
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ज्यादा जंक फूड खाना
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मौसम का असर (विशेषकर गर्मी और नमी वाला मौसम)
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स्किन की गलत देखभाल
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अधिक तनाव
तैलीय त्वचा के लिए फेस पैक
नीचे हम तैलीय त्वचा के लिए सबसे अच्छे और घरेलू फेस पैक के बारे में विस्तार से जानेंगे।
1. मुल्तानी मिट्टी और गुलाबजल फेस पैक
कैसे बनाएं:
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2 चम्मच मुल्तानी मिट्टी लें।
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इसमें 3–4 चम्मच गुलाबजल मिलाएं।
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पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट बाद धो लें।
फायदे:
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अतिरिक्त तेल सोख लेता है।
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चेहरे की गंदगी साफ करता है।
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त्वचा को ठंडक और फ्रेशनेस देता है।
2. बेसन और दही पैक
कैसे बनाएं:
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2 चम्मच बेसन लें।
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इसमें 1 चम्मच दही डालकर पेस्ट बनाएं।
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चेहरे पर लगाकर 20 मिनट तक सूखने दें, फिर धो लें।
फायदे:
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स्किन टोन को बैलेंस करता है।
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मुंहासों की समस्या को कम करता है।
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त्वचा को सॉफ्ट और क्लीन करता है।
3. नींबू और शहद पैक
कैसे बनाएं:
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1 चम्मच नींबू का रस लें।
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इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं।
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अच्छे से मिक्स करके चेहरे पर लगाएं और 10–15 मिनट बाद धो लें।
फायदे:
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नींबू ऑयल कंट्रोल करता है।
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शहद त्वचा को मॉइस्चराइज और एंटी-बैक्टीरियल प्रोटेक्शन देता है।
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स्किन को नेचुरल ग्लो मिलता है।
तैलीय त्वचा के लिए फेस पैक टेबल
फेस पैक | मुख्य सामग्री | फायदे | लगाने का समय |
---|---|---|---|
मुल्तानी मिट्टी + गुलाबजल | मुल्तानी मिट्टी, गुलाबजल | तेल सोखना, ठंडक, साफ त्वचा | 15 मिनट |
बेसन + दही | बेसन, दही | स्किन बैलेंस, पिंपल्स कंट्रोल | 20 मिनट |
नींबू + शहद | नींबू, शहद | ऑयल कंट्रोल, ग्लो, एंटी-बैक्टीरियल | 10–15 मिनट |
Oily Skin Care Routine
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दिन में 2–3 बार माइल्ड फेसवॉश से चेहरा धोएं।
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ज्यादा तैलीय या भारी क्रीम का उपयोग न करें।
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सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें।
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ज्यादा पानी पिएं और हेल्दी डाइट लें।
एक्स्ट्रा टिप्स तैलीय त्वचा के लिए
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सोने से पहले चेहरा जरूर साफ करें।
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हफ्ते में 1–2 बार फेस पैक लगाएं।
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ज्यादा मेकअप से बचें, और अगर करें तो oil-free प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें।
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स्किन को रगड़कर न धोएं, हल्के हाथ से साफ करें।
तैलीय त्वचा के लिए tips
सुबह (Morning)
- माइल्ड क्लेंज़िंग: हल्के जेल या फोम क्लेंज़र से चेहरा धोएँ। ओवर-स्क्रब न करें।
- टोनर (यदि जरूरत हो): एल्कोहल-फ्री टोनर या गुलाबजल का स्प्रे — इससे पोर्स थोड़ा टाइट लगते हैं।
- लाइट मॉइस्चराइज़र: जल-आधारित, नॉन-कॉमेडोजेनिक (oil-free) मॉइस्चराइज़र चुनें।
- सनस्क्रीन: SPF 30+ और नॉन-ऑयली फॉर्मूला ज़रूरी है।
शाम / रात (Evening)
- मेकअप रिमूव करें: अगर मेकअप किया है तो पहले शुद्ध मेकअप रिमूवर/क्लीनज़र का प्रयोग करें।
- क्लींज़िंग: डबल-क्लीनज़िंग ज़रूरी नहीं पर यदि तेल या धूल ज्यादा है तो हल्के क्लींज़िंग दो बार किया जा सकता है।
- टोनर: जरूरत अनुसार।
- ट्रीटमेंट (यदि जरूरत): अगर पिंपल/एक्ने है तो डॉक्टर की सलाह पर बेंजोइल पेरॉक्साइड या सैलिसिलिक एसिड प्रोडक्ट लगा सकती हैं।
- नाइट मॉइस्चराइज़र / जेल: जेल बेस्ड नाइट मॉइस्चराइज़र अच्छा रहता है।
साप्ताहिक (Weekly)
- एक्सफ़ोलीएट: माइल्ड एक्सफ़ोलीएटर हफ्ते में 1 बार (ओवर-एक्सफोलिएट न करें)।
- फेस मास्क/पैक: ऊपर दिए गए पैक्स में से कोई एक हफ्ते में 1-2 बार लगाएँ — उदाहरण: मुल्तानी मिट्टी + गुलाबजल (2 बार) या बेसन + दही (1 बार)।
- ब्लॉटिंग पेपर: दिन में आवश्यकता हो तो तेल हटाने के लिए ब्लॉटिंग पेपर का प्रयोग करें—चेहरे को रगड़ें नहीं।
समग्र सुझाव (Do's & Don'ts)
- Do: हल्के, जल-आधारित प्रोडक्ट्स चुनें; वार्तलाप में डॉक्टर से कंसल्ट करें अगर समस्या बार-बार हो।
- Don't: चेहरा बार-बार धोकर तेल को ज़्यादा बढ़ाने की गलती न करें।
- Do: पानी खूब पिएँ और तला-भुना कम खाएं।
- Don't: पिम्पल को निचोड़ें — इससे दाग और संक्रमण बढ़ सकते हैं।
फेस पैक | सामग्री (मुख्य) | किनके लिए अच्छा | लगाने का समय | कितनी बार |
---|---|---|---|---|
मुल्तानी मिट्टी + गुलाबजल | मुल्तानी मिट्टी, गुलाबजल | ऑयली और ब्लैकहेड वाले | 10-15 मिनट | हफ्ते में 2 बार |
बेसन + दही | बेसन, दही, (वैकल्पिक: हल्दी) | ऑयली, डल टोन | 12-15 मिनट | 1-2 बार |
नींबू + शहद | नींबू, शहद | तेल नियंत्रित, हल्का ब्राइटनिंग | 7-10 मिनट | सावधानी से, 1 बार |
ओटमील + शहद | ओटमील, शहद, पानी/दही | संवेदनशील पर हल्का क्लीन | 10-12 मिनट | सप्ताह में 1-2 बार |
ग्रीन टी + एलोवेरा | हरी चाय का पाउडर/पानी, एलो वेरा जैल | एंटीऑक्सीडेंट, ऑयल कंट्रोल | 10 मिनट | सप्ताह में 1-2 बार |
टमाटर + दही | टमाटर का रस, दही | ब्राइटनिंग, तेल नियंत्रित | 8-10 मिनट | सप्ताह में 1 बार |
पपीता + हल्दी | पके पपीते का पेस्ट, छोटी मात्रा हल्दी | मृत कोशिकाओं का हटाना, ब्राइटन | 10 मिनट | सप्ताह में 1 बार |
ऊपर की तालिका में दिए पैक बहुत सामान्य और असरदार हैं। नीचे कुछ अतिरिक्त पैक्स और नुस्खे भी दिए जा रहे हैं जिनका उपयोग संभलकर करें:
- एलोवेरा + नींबू (संवेदनशील त्वचा पर नींबू कम मात्रा में)
- दही + कच्चा ओट्स — हल्का एक्सफोलिएटर और मॉइस्चराइज़र;
- ग्रीन टी + शहद — सूजन और बैक्टीरिया घटाने में मददगार।
सुबह (Morning)
- माइल्ड क्लेंज़िंग: हल्के जेल या फोम क्लेंज़र से चेहरा धोएँ। ओवर-स्क्रब न करें।
- टोनर (यदि जरूरत हो): एल्कोहल-फ्री टोनर या गुलाबजल का स्प्रे — इससे पोर्स थोड़ा टाइट लगते हैं।
- लाइट मॉइस्चराइज़र: जल-आधारित, नॉन-कॉमेडोजेनिक (oil-free) मॉइस्चराइज़र चुनें।
- सनस्क्रीन: SPF 30+ और नॉन-ऑयली फॉर्मूला ज़रूरी है।
शाम / रात (Evening)
- मेकअप रिमूव करें: अगर मेकअप किया है तो पहले शुद्ध मेकअप रिमूवर/क्लीनज़र का प्रयोग करें।
- क्लींज़िंग: डबल-क्लीनज़िंग ज़रूरी नहीं पर यदि तेल या धूल ज्यादा है तो हल्के क्लींज़िंग दो बार किया जा सकता है।
- टोनर: जरूरत अनुसार।
- ट्रीटमेंट (यदि जरूरत): अगर पिंपल/एक्ने है तो डॉक्टर की सलाह पर बेंजोइल पेरॉक्साइड या सैलिसिलिक एसिड प्रोडक्ट लगा सकती हैं।
- नाइट मॉइस्चराइज़र / जेल: जेल बेस्ड नाइट मॉइस्चराइज़र अच्छा रहता है।
साप्ताहिक (Weekly)
- एक्सफ़ोलीएट: माइल्ड एक्सफ़ोलीएटर हफ्ते में 1 बार (ओवर-एक्सफोलिएट न करें)।
- फेस मास्क/पैक: ऊपर दिए गए पैक्स में से कोई एक हफ्ते में 1-2 बार लगाएँ — उदाहरण: मुल्तानी मिट्टी + गुलाबजल (2 बार) या बेसन + दही (1 बार)।
- ब्लॉटिंग पेपर: दिन में आवश्यकता हो तो तेल हटाने के लिए ब्लॉटिंग पेपर का प्रयोग करें—चेहरे को रगड़ें नहीं।
समग्र सुझाव (Do's & Don'ts)
- Do: हल्के, जल-आधारित प्रोडक्ट्स चुनें; वार्तलाप में डॉक्टर से कंसल्ट करें अगर समस्या बार-बार हो।
- Don't: चेहरा बार-बार धोकर तेल को ज़्यादा बढ़ाने की गलती न करें।
- Do: पानी खूब पिएँ और तला-भुना कम खाएं।
- Don't: पिम्पल को निचोड़ें — इससे दाग और संक्रमण बढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष
तैलीय त्वचा की सही देखभाल करना बहुत जरूरी है। घरेलू फेस पैक जैसे मुल्तानी मिट्टी-गुलाबजल, बेसन-दही और नींबू-शहद न सिर्फ ऑयल कंट्रोल करते हैं बल्कि आपकी स्किन को नेचुरल ग्लो भी देते हैं। अगर आप इन्हें अपनी स्किन केयर रूटीन का हिस्सा बना लें, तो आपकी त्वचा हेल्दी और चमकदार दिखेगी।
हमारी वेबसाइट dibbu.in पर आप स्किन केयर, हेयर केयर और ब्यूटी से जुड़ी अन्य टिप्स भी पढ़ सकते हैं।
FAQs
Q1. क्या तैलीय त्वचा पर रोज़ाना फेस पैक लगा सकते हैं?
नहीं, फेस पैक हफ्ते में 2–3 बार ही लगाना चाहिए।
Q2. क्या नींबू हर स्किन टाइप के लिए सही है?
नहीं, सेंसिटिव स्किन वाले लोग नींबू का इस्तेमाल सावधानी से करें।
Q3. क्या फेस पैक लगाने के बाद मॉइस्चराइज़र जरूरी है?
हाँ, oil-free मॉइस्चराइज़र जरूर लगाएं।
Q4. क्या मार्केट के फेस पैक बेहतर हैं या घरेलू?
घरेलू फेस पैक केमिकल-फ्री होते हैं और तैलीय त्वचा के लिए ज्यादा सुरक्षित हैं।
- जेनेटिक्स (विरासत): अगर परिवार में किसी का चेहरा तैलीय है तो संभावना बढ़ जाती है।
- हार्मोनल बदलाव: प्यूबर्टी, पीसीओएस, गर्भावस्था या हार्मोन बीलेंस में बदलाव से तेल बढ़ता है।
- अति-शुष्क त्वचा का ओवरकेयर: बहुत कठोर क्लींज़िंग या बार-बार स्क्रब करने से त्वचा अपनी तेलीयता बढ़ा कर उसे कवर करने की कोशिश करती है।
- डाइट और लाइफस्टाइल: अत्यधिक तला-भुना, तेलीय, चीनी वाला आहार, कम पानी पीना और तनाव से भी सिबम बढ़ता है।
- आर्द्रता (Humidity) और मौसम: गर्म और नम माहौल में त्वचा ज़्यादा तेल बनाती है।
- गलत प्रोडक्ट का इस्तेमाल: भारी, ऑयली क्रीम या क्लोज़िंग मेकअप पोर्स बंद करते हैं और समस्या बढ़ाते हैं।
- दवाइयाँ: कुछ दवाइयाँ भी त्वचा को ऑयली बना सकती हैं।
नतीजा — बढ़ा हुआ तेल ब्लैकहेड, पिम्पल्स, और मेकअप के फसने का कारण बनता है। पर अच्छी खबर यह है कि सही घरेलू फेस पैक, साफ़-सफाई और संतुलित रूटीन से आप इसे काफी हद तक कंट्रोल कर सकती हैं।